– भरतपुर जिले में बेर की फसल में फलत अच्छी, 3 लाख रुपए प्रति हैक्टेयर की कमाई की उम्मीद
भुसावर (भरतपुर)। भरतपुर जिले के भुसावर क्षेत्र में गरीबों के सेब यानी बेर की पैदावार अच्छी होने से किसानों के चेहरे खिले हुए हैं। अगले माह से बेर की फसल बाजारों में आना शुरू हो जाएगी। इस बार बेर की फलत अच्छी होने से किसानों को अच्छा मुनाफा होने की उम्मीद है। किसानों का कहना है कि बेर की खेती से प्रति हैक्टेयर 2 से 3 लाख रुपए प्रतिवर्ष कमाई की जा सकती है। आपको बता दें कि बेर के बगीचों के लिए सितम्बर माह खास है। क्योंकि, इस माह बेरे में फूल और फल आना शुरू हो जाता है।
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लागत और मेहनत कम होने से किसानों का बढ़ रहा रुझान
कृषि जानकारों का कहना है कि वैर, भुसावर, चिकसाना, कुम्हेर और डीग क्षेत्र में बेर की फसल प्रमुख रूप से उगाई जाती है। इसकी खासियत यह है कि यह क्षारीय और कम उपजाऊ मिट्टी में भी पनप सकता है। इसके लिए पानी की आवश्यकता भी बहुत कम होती है। इस फसल में लागत और मेहनत कम होने से भरतपुर जिले के किसानों का रुझान अब इस खेती की ओर बढ़ रहा है।
फसल को कीट से ऐसे बचाएं, इस बात का ध्यान भी रखें
यदि कीट प्रकोप से बेर के फूल और फल गिरने लग जाएं तो एक लीटर पानी में आधा मिली. प्लोनोफिक्स के घोल का छिड़काव करें। वहीं फल मक्खी के प्रकोप से बचने के लिए बगीचे में जगह-जगह फेरोमेन ट्रेप लगाएं। फल बनने पर नीम के तेल का 2 मिली प्रति लीटर पानी के घोल का छिड़काव करें। फल मक्खी का ज्यादा प्रकोप हो तो इमीडाक्लोप्रिड 17.8 एसएल आधा मिली प्रति लीटर पानी के घोल का छिड़काव करें। इस दौरान इसका ध्यान रखें कि फूल आने से फल बनने तक रासायनिक कीटनाशकों का प्रयोग नही करें। ऐसा करने से परागण करने वाले मधुमक्खी, ततैया आदि मर सकते हैं, इससे फल कम होगा।
-डॉ. उदयभान सिंह, डीन, कृषि महाविद्यालय भुसावर
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