– बाड़मेर, बालोतरा और जैसलमेर की जिला कांग्रेस कमेटी ने पूरे शहर में लगाए होर्डिंग्स, मेवाराम सहित 6 नेताओं की हुई वापसी
Mewaram Jain obscene Hoardings बाड़मेर। सोशल मीडिया पर अश्लील वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस से निष्कासित हुए मेवाराम जैन की वापसी पर पार्टी में दो गुट बन गए हैं। मेवाराम जैन का समर्थक गुट जहां उनके स्वागत की तैयारियों में जुटा है, वहीं विरोधी गुट ने भी मोर्चा संभाल लिया है। बाड़मेर, बालोतरा और जैसलमेर की जिला कांग्रेस कमेटी ने पूरे शहर में मेवाराम जैन की अश्लील वीडियो के फोटो वाले होर्डिंग्स लगा दिए हैं। इन पर लिखा हुआ है, बाड़मेर हुआ शर्मसार, बलात्कारी हमें मंजूर नहीं। साथ ही महिलाओं का अपमान नहीं सहेगी महिला कांग्रेस। इस पोस्टर वार ने कांग्रेस के बड़े नेताओं को जहां असहज कर दिया है, वहीं बाड़मेर की राजनीति भी गर्मा गई है।
विरोधी गुट ने दिल्ली में बड़े नेताओं के सामने जताई आपत्ति
बताया जा रहा है कि कांग्रेस का एक गुट मेवाराम जैन की कांग्रेस में फिर वापसी का जबरदस्त विरोध कर रहे हैं। इस मामले को लेकर पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी, पूर्व विधायक पदमाराम मेघवाल, जिलाध्यक्ष गफूर अहमद, पूर्व जिला अध्यक्ष फतेह खान, जिला प्रमुख महेंद्र चौधरी, प्रदेश सचिव लक्ष्मण गोदारा और आजाद सिंह राठौड़ ने भी दिल्ली जाकर बड़े नेताओं के समक्ष आपत्ति दर्ज की थी। वहीं दूसरी ओर मेवाराम जैन के समर्थकों ने बाड़मेर के अहिंसा सर्किल पर जमकर आतिशबाजी की और एक-दूसरे को मिठाई खिलाई।
इसलिए किया था निलम्बित
बाड़मेर के कद्दावर कांग्रेस नेता मेवाराम जैन का सोशल मीडिया पर अश्लील वीडियो वायरल हुआ था। उस वीडियो में ये महिला के साथ आपत्तिजनक स्थिति में थे। इस वीडियो के वायरल होने के बाद प्रदेश की राजनीति में भूचाल आ गया था। तब कांग्रेस पार्टी ने अनुशासन उल्लंघन के आरोपों के चलते मेवाराम जैन को निलंबित कर दिया था।
सत्ता में वापसी के लिए पुराने नेताओं को जोड़ रही कांग्रेस
जानकारों का कहना है कि हर राज्य में कांग्रेस पार्टी में मास लीडर की कमी है। लगातार सत्ता से बाहर रहने और युवाओं को मौका नहीं देने के चलते भी कांग्रेस में भविष्य के नेता भी गिने-चुने रह गए हैं। ऐसे में फिर से सत्ता वापसी के लिए कांग्रेस पुराने नेताओं को फिर से पार्टी से जोड़ रही है। आलाकमान का मानना है कि ये पुराने नेता कांग्रेस की रीति-नीति से परिचित हैं, वहीं पूरा जीवन कांग्रेस को समर्पित कर दिया। ऐसे में ये भाजपा में भी नहीं जाएंगे। वहीं युवा नेता लगातार कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जा रहे हैं, इसलिए भी कांग्रेस पुराने नेताओं की घर वापसी कराकर हर प्रदेश में फिर से अपनी पकड़ मजबूत कर रही है।
कांग्रेस में इन नेताओं की भी हुई वापसी
बालेंदु सिंह शेखावत: लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते निलंबित हुए।
संदीप शर्मा: चित्तौड़गढ़ से आने वाले इस नेता को महिला से सम्ंबधों को लेकर बाहर किया गया।
अरविंद डामोर: डूंगरपुर-बांसवाड़ा लोकसभा चुनाव में नामांकन मामले को लेकर पार्टी ने कार्रवाई की।
तेजपाल मिर्धा : नागौर से आने वाले इस नेता को चुनावी रणनीति में अनुशासनहीनता के चलते निलंबित किया था।
बलराम यादव : सीकर के इस नेता पर पार्टी के खिलाफ काम करने के आरोपों के बाद कार्रवाई हुई।