– ट्रैप कार्रवाई की भनक लगते ही प्रवर्तन निरीक्षक पूनम मोबाइल स्विच ऑफ कर हुई फरार
अलवर। भिवाड़ी चौकी एसीबी ने प्रवर्तन निरीक्षक पूनम के लिए 30 हजार रुपए की रिश्वत लेते दलाल रिंकू को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। खैरथल जिले के टपूकड़ा निवासी दलाल रिंकू ने परिवादी से राशन की दुकान का लाइसेंस निलंबित करने की एवज में यह घूस ली थी। प्रवर्तन निरीक्षक पूनम की भूमिका संधिग्ध होने के कारण पूछताछ के लिए उनसे सम्पर्क करने की कोशिश की गई। लेकिन ट्रैप की कार्रवाई की भनक लगने के कारण वे अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर फरार हो गई।
50 हजार की मांगी रिश्वत, लगातार परेशान कर रहा था दलाल
एसीबी की अतिरिक्त महानिदेशक स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि परिवादी ने भिवाड़ी की एसीबी चौकी को इस सम्बंध में शिकायत दी थी। इसमें बताया गया कि परिवादी को वर्ष 2023 में राज्य सरकार ने राशन की दुकान आवंटित की थी। तभी से वह ग्राम पंचायत हसनपुरा माफी में दुकान संचालित कर रहा था। परिवादी ने बताया कि कुछ दिन पहले ही प्रवर्तन निरीक्षक पूनम ने दुकान का निरीक्षण किया था। उसके बाद 12 सितम्बर को उन्होंने परिवादी को रिंकू की दुकान पर बुलाया और 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। रिश्वत नहीं देने पर निरीक्षक ने दुकान का लाइसेंस निलम्बित करने की धमकी भी दी। इसके बाद दलाल रिंकू रिश्वत की राशि के लिए उसे लगातार परेशान कर रहा था।
सत्यापन के दौरान ली रकम भी एसीबी ने की जब्त
शिकायत के सत्यापन के बाद उप महानिरीक्षक प्रथम ए.सी.बी. मुख्यालय राजेश सिंह के सुपरविजन में एसीबी.भिवाड़ी के उप अधीक्षक परमेश्वर लाल के नेतृत्व में टीम ने दलाल को ट्रैप किया। टीम ने आरोपी रिंकू को 30,000 रुपए की रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आपको बता दें कि आरोपी रिंकू से सत्यापन के दौरान परिवादी से प्राप्त किए गए 10,000 रुपए भी बरामद हुए हैं।
आरोपी दलाल से पूछताछ कर ही पुलिस
एसीबी के उप महानिरीक्षक पुलिस प्रथम राजेश सिंह के सुपरविजन में आरोपित रिंकू से पुछताछ एवं कार्यवाही जारी है। एसीबी की ओर से मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जाएगा।